आज पुरा बालिवुड सल्लू मियाँ की वकालत कर रहा हैँ।
कुछ ने तो ऐसे भी बयान दिये जो अत्यंत निँदनीय और अमानवीय हैँ।
ये वही बालिवुड वाले हैँ जो समान अपराध के लिए समान कानून की फिल्मे बनाते हैँ तथा आम आदमी की आवाज उठाने की दुहाई देते हैँ।
पर सलमान के लिए ये समान अपराध की बात क्योँ नही करते हैँ??
क्योँकि इनकी फिल्मे नेताओँ की ठाट बाट पे बनती हैँ,अपने ठाट बाट की तो ये कभी वकालत ही नही करते।
एक बात साफ करना चाहुँगा कि गर फुटपाथ सोने की जगह नही हैँ तो सल्लू मियाँ के चम्मचोँ फुटपाथ गाड़ी चलाने की भी जगह नही हैँ।
सलमान के साथ हमदर्दी दिखाने वालोँ से मैँ पुछना चाहता हुँ की पाँच साल की जेल के लिए तो बहुत पीड़ा हैँ तुमलोगोँ के दिल मे ,पर उन पाँच परिवारोँ के गम के लिए थोड़ी सी भी आह तक आई होती तुमसब के मन मे ।
इतनी नीच भावना हैँ तुमसब के दिल मे कभी सोच भी नही सकता था ।
#कितने बालिवुड़ वाले मरनेवालोँ के परिजनोँ से उनका गम बाटने गए???
बेहतर होता हम अपने पैसे इन हरामोँ पे लुटाने की बजाए गरीबोँ को देकर उनसे दो पल की खुशियाँ बाटँ लेते ।।
अगर मैँ जज होता तो सल्लू मियाँ के लिए पाँच जनम भी कम पड़ते ।
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